किसानों का कार्ड हुआ जारी भारत के ज्यादातर लोग खेती पर निर्भर हैं। किसान अपनी मेहनत से खेतों में अन्न उगाकर पूरे देश का पेट भरते हैं। लेकिन कई बार खेती करने के लिए किसानों को पैसे की जरूरत पड़ती है। ऐसे समय में किसान साहूकारों से महंगे ब्याज पर कर्ज लेने को मजबूर हो जाते हैं। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार ने किसान कार्ड जारी किया है। यह कार्ड किसानों के लिए आर्थिक मदद का आसान साधन है।
किसान कार्ड एक पहचान पत्र जैसा होता है, जिसके जरिए किसान बैंक से आसानी से कर्ज ले सकता है। इस कार्ड का इस्तेमाल करके किसान खेती के लिए बीज, खाद, कीटनाशक और अन्य जरूरी सामान खरीद सकता है। साथ ही कई सरकारी योजनाओं का लाभ भी इसी कार्ड से किसानों को सीधे मिल जाता है।
किसान कार्ड से क्या फायदे मिलेंगे?
- आसान कर्ज – किसानों को बैंक से कम ब्याज पर कृषि लोन मिलता है।
- जरूरी सामान खरीदने की सुविधा – फसल बोने के समय तुरंत बीज, खाद आदि लिया जा सकता है।
- बीमा का लाभ – किसान कार्ड से फसल बीमा और दुर्घटना बीमा का फायदा मिलता है।
- सरकारी योजनाओं का लाभ – सब्सिडी और अन्य राशि सीधे किसान के खाते में आती है।
- ब्याज में राहत – समय पर कर्ज चुकाने वाले किसानों को ब्याज में छूट मिलती है।
क्यों जरूरी है किसान कार्ड?
पहले किसान साहूकारों से कर्ज लेकर फंस जाते थे, क्योंकि ब्याज बहुत ज्यादा होता था। अब किसान कार्ड की मदद से किसान सीधे बैंक से कर्ज ले सकते हैं और उन्हें अतिरिक्त ब्याज का बोझ नहीं उठाना पड़ता। इस कार्ड से किसान की पहचान और उसकी जमीन की जानकारी भी जुड़ी रहती है, जिससे किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होती।
किसान कार्ड कैसे बनवाएं?
किसान कार्ड बनवाने के लिए किसान को अपने नजदीकी बैंक में जाना होता है। वहां आवेदन पत्र भरकर जरूरी कागजात जमा करने होते हैं। इनमें –आधार कार्ड जमीन के कागजात पहचान पत्र पासपोर्ट साइज फोटो शामिल होते हैं। बैंक द्वारा जांच पूरी होने के बाद किसान को किसान कार्ड जारी कर दिया जाता है।
निष्कर्ष
किसान कार्ड किसानों के लिए बहुत मददगार साबित होगा। इससे उन्हें खेती करने के लिए समय पर पैसे मिलेंगे और वे बिना किसी परेशानी के अपना काम कर पाएंगे। यह कार्ड किसानों को साहूकारों के चंगुल से बचाएगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा।सरकार का यह कदम न सिर्फ किसानों बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी लाभकारी है। किसान कार्ड को सही मायनों में किसानों के लिए आर्थिक सहारा और नई उम्मीद कहा जा सकता है।